क्या आज इंग्लैंड से जीत पाएगी "मजबूत" टीम इंडिया

भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार को तीसरे एकदिवसीय मैच में जीत के लिए चमत्कारिक प्रदर्शन करने उतरेगी.

खिलाडि़यों की चोट और खराब फॉर्म से बुरी तरह त्रस्त भारतीय क्रि केट टीम को इंग्लैंड के खिलाफ हार का क्र म तोड़ने के लिए शुक्रवार को होने वाले तीसरे वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रि केट मैच में चमत्कारिक प्रदर्शन करना होगा.

भारतीय टीम के लिए अब तक यह दौरा बेहद निराशाजनक रहा है. टेस्ट सीरीज में 0-4 से पिटने और टी-20 मैच के बाद वनडे सीरीज में भी 0-1 से पिछड़ने के बाद अब महेंद्र सिंह धोनी और उनकी टीम प्रतिष्ठा की जंग लड़ रही है.

भारत को इंग्लैंड के खिलाफ अब भी पहली जीत का इंतजार है लेकिन चोटों और फॉर्म के कारण उसकी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. भारतीय गेंदबाजी इस समय काफी कमजोर दिख रही है और सचाई यह है कि इंग्लैंड इस तरह के आक्र मण के सामने किसी भी लक्ष्य का हासिल कर सकता है. धोनी मंगलवार को रोस बाउल में खेले गए दूसरे वनडे के बाद अपने आक्र मण को लेकर काफी चिंतित थे. उन्होंने कहा, 'यदि गेंद स्विंग नहीं करती तो हमें जूझना होगा.

हमारे अधिकतर गेंदबाज 120-130 किमी की गति से गेंद करते हैं और ऐसे में मुश्किल बढ़ जाती हैं." धोनी के लिए आगे भी अच्छी खबर नहीं है क्योंकि ओवल की पिच में किसी तरह का मूवमेंट मिलने की संभावना नहीं है. इसके बजाय उसमें अच्छी उछाल होगी और इस तरह की पिचें इंग्लैंड के गेंदबाजों को अधिक भाती है. यदि पिच से मूवमेंट नहीं मिलता है तो भारतीय गेंदबाज इंग्लैंड के फॉर्म में चल रहे बल्लेबाजों के लिए अच्छा शिकार हो सकते हैं.

भारतीय कप्तान ने स्वीकार किया कि प्रवीण कुमार डेथ ओवरों में अच्छे विकल्प नहीं हो सकते और इसलिए उन्हें मुनाफ पटेल के अधिक से अधिक ओवर आखिरी क्षणों के लिए बचाए रखने पड़ते हैं. यदि भारत शुरू में विकेट नहीं लेता तो फिर उसकी मुश्किलें बढ़ जाएंगी. दूसरे वनडे में भी ऐसा देखने को मिला था जब भारत ने अच्छा स्कोर खड़ा किया लेकिन गेंदबाज उसका बचाव नहीं कर पाए और इंग्लैंड ने सात विकेट से जीत दर्ज की. इंग्लैंड के दबदबे का अंदाज इससे लगाया जा सकता है कि उसने पहले दस ओवर में ही 100 रन बना दिए थे. यही नहीं भारत के लिए पांचवें गेंदबाज की समस्या है.

बारिश से प्रभावित दूसरे मैच में विराट कोहली और सुरेश रैना ने पांचवें गेंदबाज की भूमिका निभाई लेकिन उनके लिए दस ओवर पूरे करना मुश्किल होगा. ऐसे में रविंद्र जडेजा को अंतिम एकादश में शामिल करने की संभावना बढ़ गई है. गुजरात का ऑलराउंडर बाएं हाथ का उपयोगी स्पिनर है तथा वह क्षेत्ररक्षण और बल्लेबाजी में भी उपयोगी योगदान दे सकता है.

यदि जडेजा को शामिल किया जाता है तो फिर मनोज तिवारी का सीरीज के बाकी मैचों में बाहर बैठना तय है. भारतीय बल्लेबाजी में कुछ चोटी के बल्लेबाज गंवाने के बावजूद बदलाव दिख रहा है. पार्थिव पटेल और अंजिक्या रहाणे टीम को अच्छी शुरुआत दे रहे हैं. कोहली ने अपने इरादे जतलाए हैं जबकि रैना गेंदबाजों पर हावी होने की अपनी खूबी का अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.

मैच भारतीय समयानुसार साढ़े पांच बजे शुरू होगा.

Posted by राजबीर सिंह at 8:16 pm.
 

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