क्या हार के सिलसिले को तोड़ पायेगी टीम इंडिया ?
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अब तक के बेहद निराशाजनक दौरे में हार से हताश भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली पांच एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला में जीत की राह पर लौटकर इस दौरे का सकारात्मक अंत करने की कोशिश करेगी.
भारत को अब तक बल्लेबाजों की लगातार असफलता और गेंदबाजों के लगातार निराशाजनक प्रदर्शन से जूझना पड़ा है. वह दौरे के शुरू में टेस्ट क्रिकेट में दुनिया में नंबर एक था लेकिन इंग्लैंड का यह दौरा उसके लिये किसी दुस्वप्न से कम नहीं रहा और उसे अब तक केवल तीन अभ्यास मैचों में ही जीत मिली है.
टेस्ट श्रृंखला 0-4 से हारकर नंबर एक रैंकिंग गंवाने के बाद भारत को एकमात्र ट्वेंटी-20 मैच में भी हार झेलनी पड़ी तथा एकदिवसीय श्रृंखला से पहले भी परिस्थितियां उसके अनुकूल नहीं दिख रही हैं.
इंग्लैंड की बेहतरीन फार्म और भारत की पतली हालत को देखते हुए महेंद्र सिंह धोनी और उनकी टीम को उत्साह से ओतप्रोत घरेलू टीम पर भारी पड़ने के लिये अतिरिक्त प्रयास करने होंगे.
इंग्लैंड अभी नंबर एक टेस्ट टीम है. वह मौजूदा ट्वेंटी-20 चैंपियन है और अब उसका लक्ष्य खुद को एकदिवसीय मैचों में भी अव्वल साबित करना होगा है. यदि वह वनडे श्रृंखला में 5-0 से क्लीन स्वीप करता है तो आईसीसी रैंकिंग में आस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बाद तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा जबकि अभी तीसरे नंबर पर काबिज भारत पांचवें स्थान पर खिसक जाएगा.
यह श्रृंखला इंग्लैंड के लिये उपमहाद्वीप के पिछले दो दौरों में 1-5 और 0-5 से हार का बदला चुकता करने का मौका भी है. इससे एलिस्टेयर कुक के खिलाड़ी अगले महीने पांच वनडे के लिये सकारात्मक सोच के साथ भारत दौरे पर आएंगे.
इसके अलावा खिलाडि़यों के चोटिल होने से भी भारत की मुश्किलें बढ़ी हैं. भारत इस श्रृंखला में वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, युवराज सिंह, जहीर खान और हरभजन सिंह के बिना खेलेगा. ये सभी चोटिल हैं.
लेकिन इसके बावजूद भारतीय बल्लेबाजी काफी मजबूत है. उसमें सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, विराट कोहली, रोहित शर्मा, सुरेश रैना, धोनी और अजिंक्या रहाणे जैसे बल्लेबाज हैं. तेंदुलकर को जहां अपने 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक का बेसब्री से इंतजार है तो द्रविड़ अपनी अंतिम एकदिवसीय श्रृंखला को खास बनाने की कोशिश करेंगे. उन्होंने इंग्लैंड दौरे के बाद एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है.
यह श्रृंखला हालांकि इंग्लैंड के मजबूत आक्रमण के सामने कोहली, शर्मा, रैना और रहाणे के लिये कड़ी परीक्षा जैसी होगी. इंग्लैंड के गेंदबाज भारतीय युवा बल्लेबाजों को परेशानी में डालने के लिये शार्ट पिच गेंदों का इस्तेमाल कर सकते हैं.
धोनी के लिए हालांकि सबसे बड़ी चिंता धारहीन गेंदबाजी है. प्रवीण कुमार को छोड़कर कोई भी भारतीय गेंदबाज अभी तक प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहा है. मुनाफ पटेल डेथ ओवरों में कारगर साबित हो सकता है लेकिन बाकी गेंदबाज साधारण लग रहे हैं.
पांचवें गेंदबाज की अनुपस्थिति में भारत को कोहली, रैना और शर्मा से यह जिम्मेदारी पूरी करवानी होगी. लेकिन उनके लिये एलिस्टेयर कुक और इयान बेल जैसे बल्लेबाजों को रोकना आसान नहीं होगा जिन्होंने टेस्ट मैचों में दोहरे शतक जड़े. यही नहीं इंग्लैंड के मध्यक्रम के मुख्य बल्लेबाज जोनाथन ट्राट ने भी चोट से उबरकर वापसी कर ली है.
इसके अलावा उसके पास इयोन मोर्गन और रवि बोपारा जैसे अच्छे हिटर हैं. उसकी टीम में टिम ब्रेसनन, समित पटेल, ग्रीम स्वान और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे आलराउंडर भी हैं.
गेंदबाजी उसका सबसे मजबूत पक्ष है जिसे जेम्स एंडरसन की वापसी से और मजबूती मिली है. अपनी टीम में आलराउंडरों की भरमार के कारण कुक पांच मुख्य गेंदबाजों के साथ उतर सकते हैं. इनमें से चार तेज गेंदबाज ब्रेसनन, जाडे डर्नबाक, ब्रॉड और एंडरसन तथा स्पिनर ग्रीम स्वान का खेलना तय माना जा रहा है.
यदि क्षेत्ररक्षण की बात की जाए तो इंग्लैंड इस विभाग में भी भारत से अव्वल है. इसके अलावा मैच ऐसे स्थान पर खेला जा रहा है जिसकी पिच तेज और स्विंग को मदद करती है.
पिछले प्रदर्शन को देखकर इंग्लैंड को साधारण वनडे टीम माना जाएगा लेकिन यह रिकार्ड देखें तो उसने पिछली दस द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में से आठ में जीत दर्ज की है.
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत: महेंद्र सिंह धोनी (कतान), सचिन तेंदुलकर, अजिंक्या रहाणे, राहुल द्रविड़, विराट कोहली, रोहित शर्मा, सुरेश रैना, प्रवीण कुमार, मुनाफ पटेल, आरपी सिंह, विनय कुमार, आर अश्विन, अमित मिश्रा, पार्थिव पटेल और वरुण एरोन में से.
इंग्लैंड: एलिस्टेयर कुल (कप्तान), जेम्स एंडरसन, इयान बेल, रवि बोपारा, टिम ब्रेसनन, स्टुअर्ट ब्रॉड, जाडे डर्नबाक, स्टीवन फिन, क्रेग कीसवेटर, इयोन मोर्गन, समित पटेल, बेन स्टोक्स, ग्रीम स्वान, जोनाथन ट्राट.
अंपायर: बिली डाक्ट्रोव (वेस्टइंडीज) और रिचर्ड इलिंगवर्थ (इंग्लैंड)
तीसरा अंपायर: मारियास इरासमुस (दक्षिण अफ्रीका)
मैच रेफरी: जेफ क्रो (न्यूजीलैंड)
मैच दोपहर बाद दो बजकर 45 मिनट पर शुरू होगा.