फ्रांस के परमाणु प्रतिष्ठान में विस्फोट, रेडियोधर्मी विकिरण के रिसाव का खतरा
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फ्रांस के दक्षिणी हिस्से में मार्कूल स्थित परमाणु संयंत्र में हुए विस्फोट के घायलों में एक की हालत गम्भीर है.
अधिकारियों ने विस्फोट के बाद रेडियोधर्मी विकिरण के रिसाव का खतरा नहीं होने की बात कही है.
'बीबीसी' के अनुसार, संयंत्र संचालक और बिजली प्रदाता ईडीएफ ने कहा कि यह एक औद्योगिक दुर्घटना है, परमाणु दुर्घटना नहीं. ईडीएफ के प्रवक्ता ने कहा कि विस्फोट से लगी आग नियंत्रण में है.
फ्रांसीसी परमाणु ऊर्जा एजेंसी आयोग (सीईए) के प्रवक्ता ने कहा कि अब तक इससे बाहर कुछ नहीं निकला है और न ही कोई विकिरण हुआ है. लेकिन इसके खतरे के कारण सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
इस स्थल को आंशिक रूप से फ्रांस की परमाणु कंपनी 'एरेवा" द्वारा एमओएक्स ईंधन के उत्पादन के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो परमाणु हथियारों से प्लूटोनियम का पुनर्चक्रण करती है.
परमाणु सुरक्षा मानकों से संबंधित 'एवेंजेलिया पेटिट" एजेंसी ने बताया कि सोमवार को एक विस्फोट हुआ लेकिन इसने और कोई ब्यौरा उपलब्ध कराने से इंकार कर दिया. गार्ड क्षेत्र में मौजूद अधिकारियों ने विस्फोट की पुष्टि की लेकिन और जानकारी नहीं दी.
उधर स्थानीय अखबार 'मिडि लिबरी" ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि संयंत्र में एक ओवन फट गया जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया.
अखबार ने कहा कि अभी किसी विकिरण की कोई खबर नहीं है.इसने यह भी कहा कि अभी पास के शहरों के लिए क्षेत्र खाली करने जैसे कोई आदेश जारी नहीं किए गए हैं.
इसने कहा कि विस्फोट में मामूली रूप से घायल तीन अन्य लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
रिपोर्ट में कहा है कि स्थानीय समयानुसार सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर दुर्घटना उस संयंत्र में हुई जिसमें परमाणु कचरे का शोधन किया जाता है.
यह फ्रांस की ईडीएफ ऊर्जा कंपनी की एक अनुषंगी इकाई द्वारा संचालित है.
वहीं, अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने कहा कि वह विस्फोट की प्रकृति के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के लिए फ्रांसीसी प्राधिकार के सम्पर्क में है.यह संयंत्र भूमध्यसागर से सटे फ्रांस के तटवर्ती इलाके में है. यहां एमओएक्स ईंधन बनाया जाता है जो परमाणु हथियारों से प्लूटोनियम का पुन:चक्रण करता है. लेकिन यहां कोई रिएक्टर नहीं है.
मार्कूल फ्रांस के पुराने परमाणु संयंत्रों में से एक है. इसे 1995 में खोला गया था. फ्रांस में 75 प्रतिशत विद्युत का निर्माण परमाणु ऊर्जा से होता है.