मुंबई हमलों के बाद भारत-पाक के बीच था युद्ध छिड़ने का खतरा
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रोमर ने कहा है कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा द्वारा वर्ष 2008 में किया गया मुंबई हमला भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध का रूप ले सकता था.
रोमर जुलाई 2009 से जून 2011 तक भारत में अमेरिका के 22 वें राजदूत रहे. हालांकि, उन्होंने मुंबई हमलों से दोनों दक्षिण एशियाई देशों के बीच परमाणु युद्ध छिड़ने की आशंका संबंधी अपने निष्कर्ष के बारे में और अधिक बातों का खुलासा नहीं किया.
पूर्व अमेरिकी राजदूत ने बुधवार को परिचर्चा में कहा, ''दो साल पहले इन हमलों में 177 लोगों की मौत हो गई थी. छह अमेरिकी नागरिक मारे गए थे. इससे भारत एवं पाकिस्तान के बीच जंग छिड़ सकती थी तथा यह परमाणु युद्ध जैसा रूप ले सकता था."
रोमर अमेरिका पर हुए 9/11 आतंकवादी हमलों पर गठित राष्ट्रीय आयोग के सदस्य हैं.
रोमर ने कहा कि उन्हें ऐसा माहौल तैयार होने की आशंका थी जिसमें किसी आतंकवादी संगठन के हाथों में परमाणु हथियार लग जाता.
उन्होंने कहा, ''हमसे अक्सर एक सवाल पूछा जाता है. और मैं इसके जवाब में दो चीजें कहना चाहता हूं, पहला यह कि कोई आतंकवादी संगठन परमाणु हथियार हासिल कर लेगा और अमेरिका स्थित एक प्रकोष्ठ यहां विनाशकारी गतिविधियां कर सकता था."
उन्होंने बताया कि डेविड हेडली नाम का आतंकवादी शिकागो में रहता था, उसने भारत, पाकिस्तान और अमेरिका की यात्रा की थी. इसी व्यक्ति ने मुंबई हमलों की योजना बनाई.
रोमर ने चिंता जताई कि कट्टरपंथी तत्व खुद को इंटरनेट पर प्रशिक्षित कर सकते हैं और इसकी समय सीमा कम हो रही है.
उन्होंने कहा, ''दो साल विदेशों में बिताने के बाद मैं अब यह कहना चाहूंगा कि यह कट्टरपंथी लोग इंटरनेट पर खुद को प्रशिक्षित कर सकते हैं."