ऋषिकेश में बलात्कार के आरोप में महंत गिरफ्तार
उत्तराखंड, क्षेत्रीय, ताजा खबरें 8:58 pm
तीर्थ नगरी ऋषिकेश में दो महिलाओं से बलात्कार के आरोप में एक महंत गिरफ्तार किया है.
उत्तराखंड की तीर्थ नगरी रिषिकेश में एक आश्रम के महंत को दो महिलाओं के साथ बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है जबकि उसके तीन साथियों की तलाश जारी है.
पुलिस उपाधीक्षक नरेंद्र नागर ने गुरुवार को बताया कि हरियाणा के करनाल एवं पानीपत से गंगा दशहरा के अवसर पर गंगा स्नान करने के लिए ऋषिकेश आयी दो महिलाएं शीशम झाडी क्षेत्र में स्थित रामस्वरुप आश्रम में ठहरी थीं. देर रात उस आश्रम के महंत रामस्वरुप ने कमरे में घुसकर उन दोनों महिलाओं के साथ बलात्कार किया. इस दौरान उसके तीन साथी कमरे के दरवाजे पर खडे थे ताकि कोई भी महिला बाहर न जा सके.
पीडित महिलाओं ने अगले दिन इस घटना की शिकायत (मुनी की रेती) थाने में दर्ज करायी. पुलिस ने आरोपी महंत और उसके साथियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के बाद बुधवार देर रात महंत को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि महंत के तीनों साथी अब भी पुलिस की गिरफ्त के बाहर हैं.
ऋषिकेश के संत समुदाय ने इस घटना के सामने आने के बाद महंत रामस्वरुप को संत समाज से बाहर का रास्ता दिखाते हुए ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार किये जाने की वकालत की है
उत्तराखंड की तीर्थ नगरी रिषिकेश में एक आश्रम के महंत को दो महिलाओं के साथ बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है जबकि उसके तीन साथियों की तलाश जारी है.
पुलिस उपाधीक्षक नरेंद्र नागर ने गुरुवार को बताया कि हरियाणा के करनाल एवं पानीपत से गंगा दशहरा के अवसर पर गंगा स्नान करने के लिए ऋषिकेश आयी दो महिलाएं शीशम झाडी क्षेत्र में स्थित रामस्वरुप आश्रम में ठहरी थीं. देर रात उस आश्रम के महंत रामस्वरुप ने कमरे में घुसकर उन दोनों महिलाओं के साथ बलात्कार किया. इस दौरान उसके तीन साथी कमरे के दरवाजे पर खडे थे ताकि कोई भी महिला बाहर न जा सके.
पीडित महिलाओं ने अगले दिन इस घटना की शिकायत (मुनी की रेती) थाने में दर्ज करायी. पुलिस ने आरोपी महंत और उसके साथियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के बाद बुधवार देर रात महंत को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि महंत के तीनों साथी अब भी पुलिस की गिरफ्त के बाहर हैं.
ऋषिकेश के संत समुदाय ने इस घटना के सामने आने के बाद महंत रामस्वरुप को संत समाज से बाहर का रास्ता दिखाते हुए ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार किये जाने की वकालत की है
Posted by राजबीर सिंह
at 8:58 pm.