दुनिया भर में वेबसाइटों पर साइबर अपराधियों के हमले
तकनीक, ताजा खबरें, विज्ञान 9:07 pm
मलेशिया में साइबर अपराधियों ने 51 सरकारी वेबसाइटों में सेंध लगायी लेकिन उन्हें किसी भी किस्म की कामयाबी नहीं मिली।
इसके साथ ही दुनिया भर में वेबसाइटों पर हो रहे हमलों की कडी में मलेशिया का नाम भी जुड़ गया है.
कुआलालम्पुर में मलेशिया के संचार एवं मल्टीमीडिया आयोग ने गुरुवार को बताया कि हैकरों ने बुधवार रात भर में कुल 91 वेबसाइटों को निशाना बनाया जिनमें 51 सरकारी वेबसाइट भी शामिल थीं.
आयोग ने इसने स्पष्ट किया कि इन वेबसाइटों को अब हैकरों के चंगुल से मुक्त करा लिया गया है और ये जनता के लिए उपलब्ध हैं. आयोग ने कहा कि हमने स्थिति पर लगातार नजर रखी है जिससे पता चला कि तड़के चार बजे तक हमलों की तीव्रता कम हो गयी थी. हमले से सरकारी वेबसाइटों के उपभोक्ताओं को थोडी परेशानी उठानी पड़ी लेकिन वेबसाइट के निजी या वित्तीय आंकडों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
मलेशिया के पुलिस प्रमुख इस्माइल उमर ने बताया कि अपराधियों को किसी भी किस्म की निजी जानकारी अथवा वित्तीय सूचना चुराने में कामयाबी नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि अधिकारी हमलों की सीमा या उसके विस्तृत असर के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
हालांकि हमले की शिकार हुयी वेबसाइटों के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी गई है लेकिन पता चला है कि इनमें सरकार का पोर्टल, अग्निशमन एवं आपात विभाग और लोक परिवहन आयोग की वेबसाइट शामिल है.
इससे पहले इंटरनेट की आजादी के लिये काम करने वाले समूह (एनोनिमस) ने धमकी दी थी कि वह सरकार के आधिकारिक पोर्टल पर हमला करके उसे खोजी वेबसाइट (विकीलीक्स) को सेंसर करने की सजा देगा. हालांकि अब तक यह पता नहीं चल सका है कि इन हमलों के पीछे (ऐनीनिमस) का ही हाथ है अथवा अन्य हैकरों का.
इसके साथ ही दुनिया भर में वेबसाइटों पर हो रहे हमलों की कडी में मलेशिया का नाम भी जुड़ गया है.
कुआलालम्पुर में मलेशिया के संचार एवं मल्टीमीडिया आयोग ने गुरुवार को बताया कि हैकरों ने बुधवार रात भर में कुल 91 वेबसाइटों को निशाना बनाया जिनमें 51 सरकारी वेबसाइट भी शामिल थीं.
आयोग ने इसने स्पष्ट किया कि इन वेबसाइटों को अब हैकरों के चंगुल से मुक्त करा लिया गया है और ये जनता के लिए उपलब्ध हैं. आयोग ने कहा कि हमने स्थिति पर लगातार नजर रखी है जिससे पता चला कि तड़के चार बजे तक हमलों की तीव्रता कम हो गयी थी. हमले से सरकारी वेबसाइटों के उपभोक्ताओं को थोडी परेशानी उठानी पड़ी लेकिन वेबसाइट के निजी या वित्तीय आंकडों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
मलेशिया के पुलिस प्रमुख इस्माइल उमर ने बताया कि अपराधियों को किसी भी किस्म की निजी जानकारी अथवा वित्तीय सूचना चुराने में कामयाबी नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि अधिकारी हमलों की सीमा या उसके विस्तृत असर के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
हालांकि हमले की शिकार हुयी वेबसाइटों के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी गई है लेकिन पता चला है कि इनमें सरकार का पोर्टल, अग्निशमन एवं आपात विभाग और लोक परिवहन आयोग की वेबसाइट शामिल है.
इससे पहले इंटरनेट की आजादी के लिये काम करने वाले समूह (एनोनिमस) ने धमकी दी थी कि वह सरकार के आधिकारिक पोर्टल पर हमला करके उसे खोजी वेबसाइट (विकीलीक्स) को सेंसर करने की सजा देगा. हालांकि अब तक यह पता नहीं चल सका है कि इन हमलों के पीछे (ऐनीनिमस) का ही हाथ है अथवा अन्य हैकरों का.
Posted by राजबीर सिंह
at 9:07 pm.